17.1 C
New Delhi
November 28, 2023
फरुर्खाबाद। देश के पहले मुस्लिम विदेश मंत्री खुर्शीद आलम खान का जन्म 5 फरवरी, 1919 को उत्तर प्रदेश के फरुर्खाबाद जिले के पितौरा गांव में हुआ था। वह इंडियन नेशनल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता था। वह 1991 से लेकर 1999 तक कर्नाटक के राज्यपाल भी रहे। 1989 से 1991 तक वह गोवा के राज्यपाल थे। श्री खुर्शीद आलम ने...
16 जुलाई 2021 अफ़ग़ानिस्तान में पाकिस्तान से लगी सीमा पर भारत के एक वरिष्ठ फ़ोटो जर्नलिस्ट दानिश सिद्दीक़ी की अफ़ग़ान सुरक्षाबलों और तालिबान लड़ाकों के बीच संघर्ष में मौत हो गई है. दानिश समाचार एजेंसी रॉयटर्स के पत्रकार थे. रॉयटर्स ने उनकी मौत की पुष्टि की है और अधिकारियों के हवाले से बताया है कि संघर्ष के दौरान एक वरिष्ठ अफ़ग़ान...
आज के समय में सही पत्रकारिता करना हम सब का पहला कर्तव्य है कि ये हमारी पहचान का प्रतीक है । ये बात डेमोक्रैटिक प्रेस क्लब के अध्यक्ष डॉक्टर फरीद चुग़ताई ने एक गोष्ठी में कही  जिस की अध्यक्षता विख्यात शाईर और पत्रकार डॉक्टर माजिद देवबंदी ने की जबकि संचालन सईद अहमद एडिटर वेबवार्ता न्यूज एजेंसी ने किया। प्रेस...
नई दिल्ली ! 31.05.2021 आनलाइन बैठक में कोरोना काल में संघर्षरत और जीवन समाप्त करने वाले पत्रकारों व उनके परिवार के लिए जताई चिंता। सरकारी योजनाओं का लाभ सभी पत्रकारों को मिलना चाहिए। देश भर में गठित होंगी शाखाएं और कोरोना काल के बाद दिल्ली में होगा भब्य समारोह डेमोक्रेटिक प्रेस क्लब की एक महत्वपूर्ण बैठक आज बहादुर शाह ज़फ़र मार्ग प्रेस एरिया...
The continuing dark shadow of the second wave of COVID-19 continues to shroud our lives in a way never experienced before. Yet we have faced it with fortitude and forbearance, perhaps more than those in whose hands our national destiny lies today. When we come out of the deadly pandemic the world will be quite different, to begin with...
It is One Thing to Be Incompetent. But to Be Proud to Be Incompetent is Unforgivable Now is the time to stop the perpetual promotion of PR and get down to the business of governance.   More than the cries for hospital beds; more than the begging for oxygen; more than the unending line of corpses waiting up for cremation; more than...
  रवि अरोड़ा की कलम से साभार दस साल के आसपास रही होगी मेरी उम्र जब मोहल्ले में पहली बार जनगणना वाले आये । ये मुई जनगणना क्या होती है मेरी माँ को नहीं पता था । मोहल्ले में तरह तरह की अफ़वाहें थीं । कोई कह रहा था कि जिसके बच्चे दो से ज़्यादा होंगे उन्हें जुर्माना देना पड़ेगा तो...
  वे कुलदीप नैय्यर और खुशवंत सिंह जैसे धनवान, पद वान भले न हो लेकिन कलम के धनवान तो उनसे कम न थे। उनकी लोकप्रियता कमलेश्वर जैसी भले न रही हो, लेकिन सादगी, सच्चाई में उनसे भी आगे थे। लिखने का जो हुनर उनमें था वह औरों से अलग ही था। या यूं कहें विशेष ही था। जो उनके पास...

Don't Miss

Most popular

Recent posts